ऑक्टा की बैठक में यूजीसी के निर्णय के खिलाफ शिक्षकों ने उठाई आवाज
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ (ऑक्टा) कार्यकारिणी की बुधवार को हुई बैठक में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से पीएचडी और एमफिल डिग्री धारकों की अग्रिम वेतन वृद्धि को वापस लेने के निर्णय पर विरोध दर्ज कराया गया।
ईश्वर शरण पीजी कॉलेज में प्रो. उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एकेडमिक स्टाफ के एंट्री लेवल पर एडवांस इंक्रीमेंट के संदर्भमें यूजीसी द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को असंगत, अन्यायपूर्ण और अवैधानिक कहा गया। सभी सदस्यों ने कहा कि 18 जुलाई 2018 को यूजीसी रेगुलेशन 2018 के भारत सरकार द्वारा गजट में प्रकाशित होने
के बाद 2017 के पत्र द्वारा पीएचडी और एमफिल के लाभ को समाप्त किया जाना अन्यायपूर्ण है।
ऑक्टा कार्यकारिणी में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि सात मार्च को इलाहाबाद विश्वविद्यालय संघटक महाविद्यालय के समस्त शिक्षक काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्णय का विरोध करेंगे। बैठक का संचालन महासचिव प्रो. संतोष कुमार श्रीवास्तव व धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष डॉ. अखिलेश त्रिपाठी ने किया।
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