श्रावस्ती, । बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नियुक्तियों में आए दिन भ्रष्टाचार सामने आ रहे हैं। फिर फर्जी अभिलेखों से शिक्षक की नौकरी हथियाने का मामला उजागर हुआ है। बीएसए ने छह फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। इनमें पुलिस ने पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी हथियाने का मामला खुला है। इसमें छह फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। फर्जी शिक्षक विकास क्षेत्र हरिहरपुररानी, जमुनहा, सिरसिया में नौकरी कर रहे थे। 12 साल तक चली जांच के बाद अब मामला उजागर खुला है। बीएसए अजय कुमार ने चार मार्च 2025 को आधा दर्जन फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। खंड शिक्षाधिकारियों हरिहरपुररानी, जमुनहा, सिरसिया को मामला दर्ज कराने का निर्देश दिया। इस पर बीईओ ने पांच मार्च को शिक्षकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। फर्जी कागजात से नौकरी करने वाले आलोक गुप्ता उर्फ किसन निवासी ईश्वरचन्द नगर थाना भोगनीपुर जनपद कानपुर के साथ कानपुर के इस्माइलपुर निवासी प्रदीप कुमार, कानपुर देहात के तहसील भोगनीपुर के ग्राम भोगीसागर निवासी जितेंद्र सिंह, बस्ती के रामपुर तप्पा कनैला थाना कलवारी निवासी उमेश मिश्र, कानपुर देहात के ग्राम परेहरापुर निवासी सुशील कुमार को गिरफ्तार किया है।
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