लखनऊ। युवाओं के सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार स्वामी विवेकानंद योजना के तहत टैबलेट और स्मार्टफोन उपलब्ध करा रही है, लेकिन इनका वितरण रुका हुआ है। स्कूल और कॉलेजों ने इन उपकरणों को अपने पास रोक रखा है और वितरण नहीं कर रहे हैं। जिलाधिकारी लगातार वितरण के लिए निर्देश दे रहे हैं, लेकिन इनका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। पिछले डेढ़ महीने में जिलाधिकारी ने इस मुद्दे पर तीन बार बैठक की, पर स्थिति में सुधार नहीं हुआ। शुक्रवार (21 मार्च 2025) को एक बार फिर जिलाधिकारी ने बैठक कर तत्काल वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। करीब 9,000 पुराने टैबलेट अभी तक वितरित नहीं किए गए हैं।
बैठक में जिलाधिकारी ने टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि 7,200 नए डिवाइस, जो वितरण के लिए संस्थानों को दिए गए हैं, उनके लिए सभी संस्थान योजना बनाकर 31 मार्च से पहले वितरण पूरा करें। केजीएमयू, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, गुरुनानक गर्ल्स कॉलेज और टीएस मिश्रा कॉलेज ने आश्वासन दिया कि 31 मार्च से पहले शत-प्रतिशत वितरण कर लिया जाएगा। गवर्नमेंट आईटीआई अलीगंज में अगले दो दिनों में वितरण पूरा हो जाएगा। वहीं, जीसीआरजी मेमोरियल में 31 और गवर्नमेंट आईटीआई चारबाग में 11 डिवाइस वितरण के लिए शेष हैं, जिन्हें 31 मार्च से पहले वितरित करने का वादा किया गया। जिलाधिकारी ने बैठक में पहले आवंटित उपकरणों के वितरण की स्थिति की जानकारी भी मांगी। डीसी डीआईसी ने बताया कि 17 फरवरी के बाद से अब तक 9,000 से अधिक डिवाइस वितरित किए जा चुके हैं।
### 9,000 डिवाइस का वितरण अभी शेष
अभी भी 9,000 डिवाइस वितरित नहीं हुए हैं। इस मामले में जिलाधिकारी ने मेधावी छात्र-छात्राओं को तत्काल टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने संस्थानों के स्तर पर स्थिति की समीक्षा भी की।
### अधिकारियों की लापरवाही
अधिकारियों द्वारा टैबलेट वितरण में की जा रही लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि डेढ़ महीने में जिलाधिकारी तीन बार बैठक कर चुके हैं और सख्त निर्देश दे चुके हैं, लेकिन वितरण अब तक पूरा नहीं हो सका।
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