नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) मंडल में पदोन्नति प्रश्नपत्र लीक होने के बाद बड़ा कदम उठाते हुए रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) को सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं केंद्रीकृत कंप्यूटर आधारित कराने का निर्देश दिया है।
अभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं रेलवे मंडल और जोन आंतरिक रूप से कराते हैं। यूपी के पीडीडीयू मंडल में दो वरिष्ठ अधिकारियों समेत 26 रेलवे कर्मियों की पेपर लीक में मंगलवार को हुई गिरफ्तारी के बाद यह कदम उठाया गया है।
रेल मंत्रालय ने बताया कि सभी जोनल रेलवे परीक्षा के लिए कैलेंडर बनाए जाएंगे। सभी परीक्षाएं इसी कैलेंडर के आधार पर कराई जाएंगी। हाल के वर्षों में पारदर्शी, निष्पक्ष परीक्षाओं के लंबे अनुभव
को देखते हुए आरआरबी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। मंत्रालय ने कहा कि 2015 से अब तक 7.7 करोड़ से अधिक अभ्यर्थी बिना किसी पेपर लीक, रिमोट लॉग-इन और कंप्यूटर आधारित परीक्षा में उपस्थित हुए हैं।
रेलवे की टीम परीक्षा केंद्रों पर रखती है नजर: रेल मंत्रालय ने
बताया कि गुणवत्ता व अन्य शर्तों के साथ खुली निविदा के जरिये परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसियों के चयन के कारण निष्पक्ष परीक्षा संभव हो पाई है। आरआरबी की ओर से आयोजित इन परीक्षाओं में रेलवे की टीम परीक्षा केंद्रों की ऑडिटिंग करती है। इन केंद्रों पर 100 फीसदी सीसीटीवी कवरेज रहता है और परीक्षा से दो घंटे पहले और परीक्षा के एक घंटे बाद तक रिकॉर्डिंग की जाती है।
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