लखनऊ। राज्य सरकार ने आउटसोर्स सेवा निगम के जरिये न सिर्फ कर्मचारियों को कई सुविधाएं देने का खाका तैयार किया है, बल्कि उनके परिजनों को भी कई सहूलियतें देने की तैयारी की है। निगम के प्रस्तावित मसौदे के मुताबिक आउटसोर्सिंग कर्मियों की बेटियों को उच्च शिक्षा और यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में चयन होने पर एक लाख रुपया दिया जाएगा।
इसी तरह एमबीबीएस, बीडीएस और बीएससी नर्सिंग में दाखिले में भी उन्हें आरक्षण देने की तैयारी है। प्रदेश
के विभिन्न विभागों में आउटसोर्स के तहत कर्मियों को तैनात करने के लिए सरकार आउट सोर्स सेवा निगम का गठन कर रही है। इसके मसौदे में आउटसोर्स कर्मियों के लिए कई अहम प्रावधान किए गए हैं।
मसौदे के मुताबिक चतुर्थ श्रेणी के कार्मिकों की बेटियों के चिकित्सा शिक्षा, एमटेक, आईआईटी, आईआईएम व पीएचडी व यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में चयन होने पर एक लाख रुपया दिया जाएगा। इसी तरह
विदेश के विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए चयन होने पर भी प्रोत्साहन राशि के रूप में एक लाख रुपया दिया जाएगा। इसके लिए निगम वेलफेयर फंड बनाएगा। यह सुविधा एक परिवार की एक ही बेटी को मिलेगा।
अलग से मिलेगा आरक्षण
विभिन्न राजकीय एवं स्वशासी कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग कोर्स भी शुरू हो गया है। ऐसे में आउटसोर्स के तहत तैनात होने वाले कर्मियों की बेटियों को एमबीबीएस, बीडीएस और बीएससी नर्सिंग कोर्स में दाखिले के लिए अलग से आरक्षण का प्रावधान किया जाएगा। बता दें, अब तक ओबीसी को 27, एससी को 21 और एसटी को 2 फीसदी आरक्षण मिलता है। ईडब्ल्यूएस कोटे से 10 फीसदी आरक्षण का प्रावधान है।
चल रहा मंथन
मसौदे में यह स्पष्ट नहीं है कि आउटसोर्सिंग कर्मियों के बच्चों को दाखिले में जातिगत आरक्षण के कोटे में ही कोटा दिया जाएगा अथवा अलग से प्रावधान किया जाएगा। मसौदे से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इस मुद्दे पर मंथन चल रहा है। अन्य राज्यों में किए गए प्रावधान के संबंध में भी पत्रावलियां मंगवाई गई हैं। इनके अध्ययन के बाद नियमावली को अंतिम रूप दिया जाएगा।
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