नई दिल्ली। फर्जी मतदाता के आरोपों के बीच निर्वाचन आयोग महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। भविष्य में पंजीकृत होने वाले नए मतदाताओं और डुप्लिकेट ईपीआईसी नंबर वाले मौजूदा मतदाताओं को यूनीक राष्ट्रीय ईपीआईसी
नंबर मिलेगा। प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में फर्जी मतदाता पंजीकृत करने का आरोप लगाया तो निर्वाचन आयोग ने कहा है कि तीन माह
में डुप्लीकेट ईपीआईसी नंबरों की दशकों पुरानी समस्या दूर हो जाएगी। आयोग ने कहा कि एक ईपीआईसी नंबर के बावजूद, एक मतदाता जो विशेष मतदान केंद्र की मतदाता सूची से जुड़ा हुआ है, वह केवल उसी केंद्र पर वोट डाल सकता है। 100 वोटरों के नमूना जांच से पता चलता है कि डुप्लीकेट ईपीआईसी वाले मतदाता वास्तविक हैं, वे फर्जी नहीं हैं।
0 टिप्पणियाँ