प्रयागराज। सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) की पांच भर्ती के बाद बाद पदों की संख्या में इजाफा हुआ है। पीसीएस 2024 में पदों की संख्या बढ़कर 900 से अधिक हो गई है, इससे पूर्व पीसीएस 2018 में पदों की संख्या 900 से अधिक थी। 2018 से पूर्व पीसीएस की दस और इसके बाद हुई पांच भर्तियों में पदों की संख्या कम ही रही। पीसीएस 2024 प्री का परिणाम घोषित होने के बाद इसमें सफल हुए छात्र मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं। यह उनके लिए बड़ा मौका बन कर सामने आया है।
पिछले साल एक जनवरी को जब पीसीएस प्री 2024 का जब विज्ञापन जारी हुआ था तो पदों की संख्या 220 ही थी। आयोग का नियम है कि पीसीएस प्री का परिणाम घोषित होने से पूर्व तक शासन पीसीएस संवर्ग की जो रिक्तियां मिलती हैं उसे उसी भर्ती में शामिल किया जाता है। अगर इस दौरान किन्ही कारणों से शासन विज्ञापित पद पर चयन रोकता है तो पद हटा भी दिए जाते हैं। इसलिए आयोग अपने हर विज्ञापन में इस बात का उल्लेख करता है कि पदों की संख्या घट-बढ़ सकती है। शुक्रवार को घोषित पीसीएस प्री 2024 के परिणाम में पदों की संख्या 947 बताई गई और इसके सापेक्ष मुख्य परीक्षा के लिए 15066 अभ्यर्थियों को सफल किया गया है।
इससे पूर्व पीसीएस 2018 में 988 पद थे, हालांकि अंतिम चयन 976 पदों पर ही हो सका था। इसके बाद हुई पीसीएस-2019 भर्ती में विज्ञापन के वक्त 300 पद घोषित हुए थे। अंतिम परिणाम आते-आते पदों की संख्या बढ़कर 453 हो गई थी। वर्ष 2020 में 200 पद घोषित किए गए थे, बाद में पदों की संख्या 487 हो गई थी। हालांकि चयन 476 पदों पर ही हुआ था। वर्ष 2021 में 400 पद घोषित किए गए थे। पदों की संख्या बढ़कर 628 हो गई थी। पीसीएस 2022 के विज्ञापन के वक्त 250 पद घोषित किए गए थे, जो बढ़कर 383 हो गए थे। पीसीएस-2023 में 173 पद पर विज्ञापन जारी किया गया था और पदों संख्या बढ़कर 291 हो गई थी। पीसीएस 2018 से पूर्व हुई दस भर्तियों में भी पदों की संख्या 2018 से कम थी। 2008 में 245, 2009 में 754, 2010 में 407, 2011 में 389, 2012 में 345, 2013 में 654, 2014 में 579 पद थे। वहीं 2015 में 530 पद थे जबकि चयन 521 पदों पर हुआ था तो 2016 में 633 पदों के सापेक्ष 630 पदों पर और 2017 में 676 पदों पर चयन हुआ था।
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