प्रयागराज। सपा के पूर्व एमएलसी और शिक्षा बोर्ड के निदेशक वासुदेव यादव की गिरफ्तारी के बाद कई और अहम तथ्य सामने आए हैं। पता चला है कि विजिलेंस की विवेचना में आय से 293 फीसदी अधिक संपत्ति का साक्ष्य मिलने पर लगभग 1000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई थी।
कोर्ट में हाजिर न होने पर विजिलेंस समेत अन्य थानों की पुलिस ने वासुदेव के घर पर 10 से अधिक चक्कर काटे थे। आय से अधिक संपत्ति के मामले में जनवरी 2021 विजिलेंस प्रयागराज ने वासुदेव यादव पर विभिन्न धाराओं केस दर्ज किया था। केस की चार्जशीट तैयार करने में विजिलेंस को लगभग दो वर्ष लग गए।
वर्ष 2023 में वाराणसी की एंटी करप्शन कोर्ट में तकरीबन एक हजार पन्नों का चिट्ठा तैयार कर चार्जशीट
फाइल किया। लेकिन, कोर्ट में वासुदेव के हाजिर नहीं होने पर उनको नोटिस और फिर गैर जमानती वारंट जारी किया गया।
विजिलेंस के अफसरों के मुताबिक, वासुदेव का जार्जटाउन के अलावा मूल निवास सोरांव के धोसड़ा में हैं।
कोर्ट से नोटिस और वारंट के बाद थाना जार्जटाउन, थाना सोरांव और विजिलेंस की टीम 10 से अधिक बार इनके दोनों आवासों पर चक्कर काट चुकी है। लेकिन, हर बार घर बाहर से पुलिस को वापस लौटा दिया जाता रहा है। लेकिन, मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वहीं, बुधवार को इनके घर पर सन्नाटा पसरा रहा।
मामले में जब वासुदेव की बेटी निधि यादव से बात की गई तो उन्होंने कुछ बताने से इन्कार कर दिया और कहा कि वह कुछ भी इस संबंध में बात नहीं करना चाहती हैं।
अपने वाहन से जाना चाहते थे वासुदेवः सूत्रों से पता चला है कि वासुदेव के घर पर जब विजिलेंस की टीम पहुंची तो उन्होंने पुलिस की गाड़ी में बैठने से इन्कार कर दिया। वासुदेव का कहना था कि वह अपने निजी वाहन से ही घर से बाहर निकलेंगे। लेकिन, विजिलेंस ने दबाव बनाया और कहा कि पुलिस की गाड़ी में बैठकर ही यहां से जाना होगा। करीब 15 मिनट के आनाकानी के बाद वह विजिलेंस की गाड़ी में बैठकर जार्जटाउन थाना के लिए रवाना हो गए। जहां मेडिकल कराने के बाद उनको वाराणसी कोर्ट में शाम करीब 4:30 बजे पेश किया गया.
पूर्व सपा एमएलसी वासुदेव यादव पर वाराणसी की एमपी/एमएलए कोर्ट में भी चल रहा मुकदमा
वाराणसी। विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए वाराणसी युजवेंद्र विक्रम सिंह की अदालत में पूर्व सपा एमएलसी वासुदेव यादव का एक मामला चल रहा है। 19 फरवरी 2025 को ही कोर्ट ने जमानत की अग्रिम अर्जी पर सुनवाई करते हुए खारिज किया था। पूर्व एमएलसी पर आरोप है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पद पर रहने के दौरान वासुदेव यादव ने 89 लाख की जगह 1.87 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अर्जित की थी। सतर्कता अधिष्ठान प्रयागराज में मुकदमा दर्ज किया गया था। विवेचना अधिकारी ने जांच की और आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया था। इसके बाद आरोपी वासुदेव की तरफ से अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की गई थी और अभियोजन की तरफ से विरोध करते हुए कहा गया था कि आरोपी प्रभावशाली है। वह केस को कमजोर कर सकता है। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अर्जी खारिज कर दी थी।
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