लखनऊ, – उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की परीक्षाएं बुधवार को संपन्न हो गईं। अब 19 मार्च से प्रदेश भर के 261 मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू होगा, जो 2 अप्रैल तक चलेगा। मूल्यांकन की प्रक्रिया की निगरानी स्टेटिक मजिस्ट्रेट और पर्यवेक्षक द्वारा की जाएगी।
सख्त निगरानी में होगा मूल्यांकन
बोर्ड के निर्देशानुसार, मूल्यांकन केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन सहित किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध रहेगा। मूल्यांकन केंद्रों के मुख्य द्वार पर ही शिक्षकों को जांच के बाद प्रवेश दिया जाएगा।
इसके अलावा, मूल्यांकन कार्य के दौरान उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा और गोपनीयता बनाए रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। केंद्रों पर राज्य और जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के माध्यम से निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोका जा सके।
1.98 लाख छात्रों ने छोड़ी हाईस्कूल सामाजिक विज्ञान की परीक्षा
प्रयागराज – यूपी बोर्ड हाईस्कूल की सामाजिक विज्ञान परीक्षा में मंगलवार को बड़ी संख्या में छात्र अनुपस्थित रहे। परीक्षा में 93.26% उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि 1,98,973 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी।
बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, हाईस्कूल में कुल 28,69,293 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 26,63,518 छात्रों ने परीक्षा दी। वहीं, इंटरमीडिएट में कुल 27,12,528 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 25,47,557 छात्रों ने परीक्षा दी।
यूपी बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी की गई, लेकिन फिर भी कुछ केंद्रों पर गड़बड़ियों की शिकायतें मिलीं। परीक्षा समाप्त होने के बाद अब बोर्ड जल्द ही कॉपियों की जांच पूरी कर परिणाम जारी करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
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