लखनऊ। सहकारी बैंक कर्मचारियों ने मार्च में आंदोलन की राह पकड़ने का फैसला लिया है। शनिवार को कर्मचारियों की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में इसका फैसला हुआ। बैठक प्रांतीय अध्यक्ष राजकुमार शर्मा की अध्यक्षता में बासमंडी स्थित एक होटल में हुई थी। बैठक का उद्घाटन भारतीय मजदूर संघ महामन्त्री अनिल उपाध्याय ने किया। उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ जिला सहकारी बैंकों के कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करता है और आंदोलन में पूरा सहयोग देगा। बैंक कर्मचारियों के संगठन ने आंदोलन की रूपरेखा जल्द जारी करने की बात कही है।
को-ऑपरेटिव बैंक इंप्लॉइज एसोसिएशन के महामंत्री सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि बैठक में हर जिला इकाइयों से मंत्री, अध्यक्ष व प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने बैठक में हिस्सा लिया। पदाधिकारियों ने संबोधन में सहकारिता विभाग और यूपी को-ऑपरेटिव बैंक की कार्यप्रणाली पर रोष जताया और कहा कि उनके तौर तरीकों से जिला सहकारी बैंकों को अपूरणीय क्षति हुई है। बीते कई दशक से पूर्वांचल के 16 बैंकों के कर्मचारियों के कई दशकों से वेतनमान पुनरीक्षित नहीं हुए हैं जबकि इन्हीं बैंकों में कार्यरत अधिकारियों के वेतनमान पुनरीक्षित होते रहे हैं। इसके अलावा अन्य मामले भी ऐसे हैं, जिनसे कर्मचारियों को नुकसान हो रहा है। चीनी मिलों के वित्त पोषण में भारी वित्तीय अनियमिताएं हैं। बैंकों की राशि को अन्य मदों में इस्तेमाल किया जा रहा है।
बैठक का संचालन सुधीर कुमार सिंह ने किया था। यूनियन के संस्थापक व संक्षक एमपी सिंह, सरंक्षकगण राजेश्वर सिंह व बीएन चौबे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेषनाथ यादव, कनिष्ठ उपाध्यक्ष अजय बर्मन व अन्य पदाधिकारियों ने भी बैठक को संबोधित किया।
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