प्रदेश में पेंशन का बजट आवंटन बढ़ा
लखनऊ। पेंशन मद में सरकार ने इस बार के बजट में आवंटन बढ़ाया है। पिछले बजट में 86,487.57 करोड़ रुपये का आवंटन था, जबकि इस बार 90,720.38 रुपये का आवंटन किया गया है। जाहिर है कि इस साल पेंशनधारकों की संख्या में इजाफा होगा। लिहाजा लोगों को पेंशन देने में बजट आड़े न आए इसलिए राशि में इजाफा किया गया है।
पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस साल वेतन में होने वाले खर्च में सरकार ने कटौती की है। हालांकि, पिछले बजट में भी जितनी राशि सरकार ने वेतन मद में आवंटित की थी, उतनी रकम खर्च नहीं जा सकी थी। पिछले बजट में 1,80,821.57 करोड़ रुपये का प्राविधान था जबकि इस बार सरकार ने वेतन मद में 1,79,110.79 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
सरकार ने पिछले बजट में स्वीकृत पदों के सापेक्ष रिक्त पदों पर हो सकने वाली भर्तियों का आकलन करते हुए रकम की व्यवस्था की थी। पिछले वित्तीय वर्ष में भर्तियों वेतन देने में बजट आड़े न आए इसलिए यह रकम का प्राविधान पहले से ही कर लिया गया था। हालांकि उस रकम के सापेक्ष 1,40,344.48 रुपये ही खर्च हो सके थे।
जानकार मानते हैं कि योजना के मुताबिक किन्हीं वजहों से पदों पर भर्तियां नहीं हो सकीं, इसलिए प्राविधानित राशि का पूरा इस्तेमाल नहीं हो सका। इस साल सरकार ने वेतन मद में बजट ही कम कर दिया है। वजह यह हो सकती है कि पिछले वित्तीय वर्ष में जो भर्तियां रह गई थीं, उन्हें ही पूरा करने पर इस साल सरकार का जोर रहेगा।
इस साल ब्याज पर दस हजार करोड़ रुपये ज्यादा होंगे खर्च
सरकार ने खर्च के मद में ब्याज की राशि में इजाफा किया है। पिछले बजट की प्राविधानित राशि से भी ज्यादा ही खर्च सरकार को ब्याज पर करना पड़ा था। पिछले बजट में वास्तविक खर्च के आंकड़े से इस बार के बजट में ब्याज मद में 10291.68 करोड़ रुपये का इजाफा किया गया है। साल 2024-25 के बजट में सरकार ने 53,711.99 करोड़ रुपये ब्याज मद में खर्चने के लिए रखे थे। हालांकि वित्तीय वर्ष के अंत तक ब्याज पर खर्च इस आंकड़े को पार करके 53,804.27 करोड़ रुपये पहुंचने का अनुमान है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए गए बजट में सरकार ने 64,095.95 करोड़ रुपये खर्च करने का प्राविधान किया है।
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