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नई शिक्षा नीति में फंसे 10 इंटीग्रेटेड कोर्स

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दस नए पंचवर्षीय पाठ्यक्रमों को सत्र 2023- 24 से शुरू करने में मुश्किल आ सकती है पर स्नातक का चार वर्षीय पाठ्यक्रम नए सत्र से शुरू होने की उम्मीद बरकरार है. इवि नई शिक्षा नीति आधारित नए पाठ्यक्रम के लागू करने के लिए आर्डिनेंस एवं स्टैट्यूट्स में परिवर्तन करने जा रहा है.

यह कवायद पूरी होने के बाद स्नातक में चार वर्षीय सेमेस्टर प्रणाली लागू हो जाएगी और सीयूईटी के जरिए स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्र चार वर्षीय कोर्स में प्रवेश पा सकेंगे. हालांकि दस नए पंचवर्षीय इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रमों में नए सत्र में प्रवेश मुश्किल होगा, क्योंकि इन पाठ्यक्रमों को समय रहते सीयूईटी से नहीं जोड़ा जा सका था. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने पिछले वर्ष दस नए पंचवर्षीय पाठ्यक्रमों को मंजूरी दे दी थी.

इनमें बीए बीएससी व एमए-एमएससी योग व मेडिटेशन, बीटेक एमटेक इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, बीए बीएससी एमए- एमससी इन डिजास्टर मैनेजमेंट, बीएससी-एमएससी इन फूड एंड न्यूट्रिशन, बीबीए - एमबीए बीडिजाइन एंड एमडिजाइन इन फैशन डिजाइन टेक्नोलाजी, बीएससी-एमएससी इन फूड टेक्नोलाजी, एमएससी- पीएचडी इन काग्निटिव साइंस, ह्यूमन कंप्यूटर इंटरैक्शन एंड काग्निटिव एंड क्लीनिकल न्यूरोसाइकोलाजी शामिल हैं.

288 शिक्षकों एवं 336 गैर शिक्षक वर्ग की नियुक्तियां हुई हैं. अब नई शिक्षा नीति के अंतर्गत नए पाठ्यक्रम के लागू करने के लिए विश्वविद्यालय के आर्डिनेंस एवं स्टैट्यूट्स में परिवर्तन करना पड़ेगा. शीघ्र ही इस प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया जाएगा और उसी के अंतर्गत नियत प्रक्रिया में कार्य किया जायेगा.
प्रो. जया कपूर पीआरओ, एयू

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