Education news सिद्धार्थनगर। फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी हासिल करने वाले बर्खास्त शिक्षकों की जांच में जुटी पुलिस अब दूसरे व गड़बड़ी करके टीईटी की डिग्री लगाकर शिक्षक बनने वालों की अगल से जांच करेगी। चयनित करने वाले पैनल में शामिल कर्मियों पर उनकी संलिप्तता के आधार पर केस में नाम जोड़ते हुए कार्रवाई की जाएगी।
जिले में शिक्षक भर्ती के मामले में जांच में जुटी पुलिस टीम फर्जीवाड़ा करने वालों पर हर प्रकार से नकेल कसते हुए कार्रवाई के लिए तैयारी कर रही है। 2017-2018 में फर्जीवाड़ करके नौकरी हासिल करने वालों की जांच शुरू हुई। मौजूदा समय में फर्जीवाड़ा करके शिक्षक बनने वाले 109 लोग बर्खास्त किए गए हैं।
इसमें कोई दूसरे के शैक्षिक प्रमाण पत्र तो कोई अन्य गड़बड़ी करके नौकरी हासिल की थी। इसमें से 17 ऐसे शिक्षक हैं, जो भर्ती में टीईटी की दूसरे की डिग्री, रोलनंबर में छेड़छाड़ और परीक्षा दूसरे ने दी तथा नाम काटकर दूसरे का जारी कराकर प्रमाण पत्र हासिल कर उसी के सहारे शिक्षक बन गए थे। ऐसे बर्खास्त किए गए शिक्षकों की पुलिस अलग से जांच करेगी। चयन के दौरान पैनल में काम करने वाले कर्मियों की भी जांच की जाएगी और उनके खिलाफ केस दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एएसपी सुरेशचंद्र रावत ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है। इसमें टीईटी के फर्जी डिग्री से शिक्षक बनने वालों की अलग से जांच होगी। इसमें संलिप्त लोगों पर केस दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।
रैकेट पर पुलिस की नजर Education news
जांच में जुटी पुलिस टीम टीईटी की फर्जी डिग्री से शिक्षक बनने वाले फर्जी शिक्षकों के जरिए रैकेट तक भी पहुंचेगी। किस प्रकार से प्रमाण पत्र बदला गया, रोल नंबर और नाम कैसे बदल दिया गया, इस रैकेट में कौन- कौन जुड़े हैं, टीईटी में उनकी घुसपैठ कैसे हुई, कैसे प्रमाण पत्र जारी करवाते हैं, इसकी भी जांच होगी। रैकेट में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई होगी।
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