प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में कार्य लगभग डेढ़ लाख शिक्षामित्रों को नवंबर व दिसंबर का मानदेय अभी तक नहीं मिला है, जिसके चलते कोरोना काल में वे अपने परिवार का भरण पोषण भी नहीं कर पा रहे हैं।
शासन की ओर से अभी तक पिछले दो माह का मानदेय भुगतान का बजट जिलों को नहीं भेजा गया है। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि समायोजन निरस्त होने के बाद से शिक्षामित्र वैसे ही अवसाद ग्रस्त हैं, अब दो माह से मानदेय न मिलने से आधिक रूप से संकट से जूझ रहे हैं।
#बिलारी। तहसील क्षेत्र के शिक्षामित्रों का दर्द साफ ही झलकता नजर आ रहा है। कोरोना काल में भी शिक्षामित्रों को तीन माह से मानदेय नहीं मिला है। उन्हें विभागीय ट्रेनिंग और अन्य कार्य प्रति माह समय से करने पर पड़ रहे हैं। ऑनलाइन मॉनिटरिंग और कक्षाएं होती हैं। सरकार उन्हें डाटा तक भी उपलब्ध नहीं करा पा रही है। महिला शिक्षा मित्रों ने बताया कि एंड्रायड फोन भी नहीं है। तीन माह से मानदेय नहीं मिलने पर आर्थिक तंगी आ गई है। शिक्षामित्रों का कहना है कि उन्हें भी बेसिक शिक्षकों के तहत ही प्रत्येक माह की 5 तारीख तक मानदेय मिल जाना चाहिए।
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